त्याग दो
AJAY NAYAK
July 06, 2020
त्याग दिया हर उस चीज को, बाँधा बन रही थी, जो राहों में। निकल पड़ा हूँ, एक नई राह पर जहाँ त्याग ही त्याग, है राहों में। अब खुश हूँ भले ही कम म...
तसलीमा नसरीन की कविताएँ, अनुवाद - गरिमा श्रीवास्तव प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन की कुछ नयी कविताओं का बंगला से हिन्दी अनुवाद प्रोफ़ेसर ग...