ख्वाहिशें
AJAY NAYAK
December 21, 2018
ख्वाहिशें हमारी ख्वाहिशें भी बहुत सी थी, और जब पूरी हुई, तो हाथ मे सिर्फ और सिर्फ, राख ही राख आयी । हम दौड़े थे, दम लगाक...
तसलीमा नसरीन की कविताएँ, अनुवाद - गरिमा श्रीवास्तव प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन की कुछ नयी कविताओं का बंगला से हिन्दी अनुवाद प्रोफ़ेसर ग...