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Saturday, 28 May 2022

भरोसा न छूटे

May 28, 2022
भरोसा न छूटे  देख भरोसा न छूटे  देख साथ न छूटे तेरे ही भरोसे आज यहाँ तक आयी हूँ तू भी अगर मुझे चला जायेगा छोड़ कर बता, फिर मैं कहाँ जाउंगी! द...

Wednesday, 6 April 2022

अनजान सा पंक्षी

April 06, 2022
अनजान सा पंक्षी अनजान सी राहों का, अनजान सा पंक्षी हूँ   उड़कर चला आया हूँ, आज तेरे घोसले में  भटक सा गया हूँ, अपनी मंजिल का रास्ता  हो गयी...

Monday, 21 March 2022

बैठूंगा नहीं

March 21, 2022
बैठूंगा नहीं  आसान तो नही है ये, मगर एक कोशिश करूंगा जरूर लड़ते - लड़ते, जाऊँगा हार लेकिन न हारूंगा कभी हिम्मत बैठूंगा नही, कभी हार के डर से...

Sunday, 20 March 2022

तुम्हारी अनुपस्थित मे

March 20, 2022
तुम्हारी अनुपस्थित मे  प्रिये, आज बहुत काम किये हैं तुम्हारी अनुपस्थित मे  अब जाकर एहसास हुआ है हमे तुम्हारे होने व न होने के बारे मे! अभी...

Friday, 18 March 2022

होली- नाच रहे हैं सारे

March 18, 2022
      होली- नाच रहे हैं सारे  आज नाच रहे हैं मोर मोरी बगिया मे, जोर-शोर से   मानो बरसने वाले हों मेघ मोरे अंगना में, जोर-शोर से  उसकी एक न...

Wednesday, 16 March 2022

मुझसे तो नही हो पायेगा!

March 16, 2022
मुझसे तो नही हो पायेगा! मुझसे तो नही हो पायेगा ये यहाँ जीवन से भारी मौत है! कैसे पल भर मे क्षति विक्षति कर दूँ, उन सपनो को  जिन सपनो को पू...

Tuesday, 15 February 2022

Sunday, 13 February 2022

आज उड़ गया वो (बाबा )

February 13, 2022
आज उड़ गया वो  जो कल तक हमारी खुशियों के लिए तोड़कर घमंडी रेत का घमंड  एक महल बनाने के लिए था तैयार। आज उड़ गया वो  अपने ही बनाये घोंसले से प...

Monday, 7 February 2022

पिता

February 07, 2022
  पिता  वो जिम्मेदारियों के बोझ से टूट रहा था  मानो मौका मिलते ही खण्ड-खंडित हो जायेगा  लेकिन,ठहरा घर का पिता ना  ऐसे कैसे खुद को खण्ड-खंड...

Friday, 28 May 2021

अगर ये सच है

May 28, 2021
क्या मुझे वो        चली गयी छोड़! अभी to कल         मिले थे हमदोनों Fir ऐसा आज         क्या हुआ जो बिना बोले hi          बिना बताये hi चली ...

Wednesday, 26 May 2021

Wednesday, 17 February 2021

स्वीकार

February 17, 2021
  स्वीकार  चलो जिंदगी से कुछ सबक सीखते हैँ कुछ गीले-शिकवे पुराने अक्ष भूलते हैँ, ज़ब तक जीवन है तो यह सब लगा रहेगा चलो एक नई सुबह, एक नया आरम...

Thursday, 1 October 2020

कलम की चुभती सत्य बातें

October 01, 2020
कलम की चुभती सत्य बातें  मन क्षुब्ध सा हो गया  दिल आज बैठ सा गया कुछ शब्द ही लिखे थे कि  लिखते लिखते आज  कलम ही रूठ गया। हम बोले अपने कलम से...

Wednesday, 23 September 2020

घोर अंधकार फैला आज हमारी गलियों में

September 23, 2020
घोर अंधकार फैला आज हमारी गलियों में घोर अंधकार फैला, आज हमारी गलियों में, जिन्हें लगेंगे अभी कुछ दिन और छटने में।  विश्वास की आग, जली है हमा...

Wednesday, 16 September 2020

दीप

September 16, 2020
दीप दीप प्रज्वलित हुआ एक चौखट पर फैला उजाला हमारे सारे   आंगन मे। काली अमावस की इस घनी रात में   खुद जलकर जो हमे रास्ता दिखलाये।    आओ मनो म...

Saturday, 12 September 2020

अपना क्या है?

September 12, 2020
अपना क्या है?  अपना तन है अपना मन है अपना शरीर है  अपना दिल है अपनी काया है  अपनी जान है अपनी कहानी है अपनी किस्मत है अपनी रवानी है अपनी जवा...

Friday, 11 September 2020

एक रास्ता है!

September 11, 2020
एक रास्ता है ! घर आने के एक ही रास्ता यहाँ से जाने का दो रास्ता! आप ही जाओगे किस रास्ते जहाँ से चल आये उस रास्ते! सोच रखा है मन मे कोई रस्ता...

तुम भूल गए

September 11, 2020
तुम भूल गए हम कुछ नही भूले  बस भूल गए वे रास्ते जिन रास्तों से होकर तुम आया जाया करते थे। हम कुछ नही भूले  बस भूल गए वो दिन जिन दिनों हम तुम...

Wednesday, 2 September 2020

आज उनकी याद में

September 02, 2020
 आज उनकी याद में  लिख रहा हूँ, एक नज्म  आज उनकी याद में  जो चांदनी रातों में आकर   दिल को सहला जाती हैं।  परसों उनसे चौराहें पर   जो एक, मुल...

Saturday, 29 August 2020