जिंदगी के हर पायदान पर
जैसे-जैसे, hm कदम बढ़ाते चले गए,
नित नए समस्याएं, दोस्त बनते चले गए
जिन्हे हम, सबसे ज्यादा, अपना समझे थे
वें, उन खुशियों से भी ज्यादा,
हर एक मोड़ पर,
एक नया सबक देते चले गए।
शुरुआत में तो, hm समझ hi नहीं पाएं थे,
क्योंकि, खुशियों से hi तो, जो अपनी यारी थी
लेकिन जैसे जैसे कदम, आगे बढ़ते चले गए
दुश्मन hi सबसे बड़े दोस्त निकलते चले गए ।
Hm आज, बहुत खुश हैँ, दुखी होकर भी
स्वीकार करना जो, जीवन में सिख लिया है
पता चल गया है, जीवन क्या है?
जिंदगी के हर पायदान पर, बढ़ते चले जाना है!
जिंदगी के हर पायदान पर, बढ़ते चले जाना है!
BLOGGER अjay नायक
www.nayaksblog.com
बहुत ही उम्दा
ReplyDeletethanks
Delete