रात की चादर तले
रात की चादर तले
हम मिले तुम मिले
बातों बातों मे ही
ढेर सारे अफ़साने बने।
वहीं से शुरुआत हुयी
हमारे प्यार की कहानी
जो आगे चलकर
लोगों की जुबानी चढ़ी।
चाँद की शीतलता ने
कर दिया पवित्र हमें
आगोश मे लिया ऐसे हमें
फैले हमारे मनो के बीच
सभी तरह के मैल को
कर दिया क्षण भर मे दूर।
आज भले हम अकेले हैँ
आज भले हम टूटे हुए है
फिर भी तेरी ये दूधली रौशनी
हमारे वीरान सा इस जीवन में
चरणमृत बनकर प्यास बुझा रही है।
रात की चादर तले
हम मिले तुम मिले
बातों बातों मे ही
ढेर सारे अफ़साने बने।
BLOGGER अjay नायक
www.nayaksblog.com
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