कुछ नया सिखने के लिए
आज निकला हूँ अपने पैरों पर
कुछ नया सिखने नए दौरे पर
नया साल है, नई सोच है
नई आकांक्षाएं हैं, नई समस्याएं है
सबका सामना करने के लिए,
हैं अब पूरी तरह से हम तैयार
आज निकला हूँ अपने पैरों पर
कुछ नया सिखने नए दौरे पर
तोडूंगा पत्थर पहाड़, जोड़ूँगा घर द्वार
जबतक हिम्मत है साथ, करूंगा मेहनत जीतोड़
बैठकर अपनी खलिहानी,
लिखूंगा एक नयी कहानी
आज निकला हूँ अपने पैरों पर
कुछ नया सिखने नए दौरे पर
गहराई बहुत है सागर में
इतनी ही थी तो हमारी सरयु में
एक बार तैरने की, जरूर करूँगा कोशिश
सारी दुनिया के लिए, बनूँगा एक नई मिशाल
आज निकला हूँ अपने पैरों पर
कुछ नया सिखने नए दौरे पर
हार भी सकता हूँ, जीत भी सकता हूँ
अगर हौसला बनाये रखूँ
तो कई बार गिर, गिर कर
आसमान को छू भी सकता हूँ
आज निकला हूँ अपने पैरों पर
कुछ नया सिखने नए दौरे पर
- BLOGGER अjay नायक
Thanks
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