आँखों में लेकर ख्वाब चले
आज अपनो को छोड़कर
बहुत ही दूर चले
कुछ अपने सपने थे
कुछ उनके सपने थे
उन्हें ही पूरा करने
अपनों से दूर चले
आँखों में लेकर ख्वाब चले!
मंजिल का पता नही
ठौर का ठिकाना नही
क्या वहाँ काम मिलेगा
क्या वहाँ भोजन मिलेगा
बस बड़ों का आशीर्वाद
अपनों का प्यार ले चले
आँखों में लेकर ख्वाब चले!
है मन में विश्वास
पूरा करेंगे अपने सपने
है मन में विश्वास
पूरा करंगे सबके सपने
इसी की, आस लिए
घर से बहुत दूर चले
आँखों में लेकर ख्वाब चले!
-BLOGGER अjay नायक
Amezing Ajay Bhai
ReplyDeleteThanks 🙏💐
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