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Tuesday 13 October 2020

सपनो की उड़ान

October 13, 2020
  सपनो की उड़ान  अपनी मेहनत से बस अपने सपनो को एक पंख लगाने की जरूरत है !  यह बात जनवरी 1990 की है, जब पुरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ती ...

Monday 5 October 2020

हमारे जीवन, विकास का आधार हमारी नदियाँ विलुप्त की कागार पर

October 05, 2020
हमारे जीवन, विकास का आधार हमारी नदियाँ विलुप्त की कागार पर  इमं मे गङ्गे यमुने सरस्वती शुतुद्रि स्तोमं सचता परुष्णया असिक्न्या मरूद्ष्टधे ...

Thursday 1 October 2020

कलम की चुभती सत्य बातें

October 01, 2020
कलम की चुभती सत्य बातें  मन क्षुब्ध सा हो गया  दिल आज बैठ सा गया कुछ शब्द ही लिखे थे कि  लिखते लिखते आज  कलम ही रूठ गया। हम बोले अपने कलम से...

Wednesday 23 September 2020

घोर अंधकार फैला आज हमारी गलियों में

September 23, 2020
घोर अंधकार फैला आज हमारी गलियों में घोर अंधकार फैला, आज हमारी गलियों में, जिन्हें लगेंगे अभी कुछ दिन और छटने में।  विश्वास की आग, जली है हमा...

Wednesday 16 September 2020

दीप

September 16, 2020
दीप दीप प्रज्वलित हुआ एक चौखट पर फैला उजाला हमारे सारे   आंगन मे। काली अमावस की इस घनी रात में   खुद जलकर जो हमे रास्ता दिखलाये।    आओ मनो म...

Monday 14 September 2020

हिंदी की यात्रा

September 14, 2020
हिंदी की यात्रा  कहते हैं कि हिंदी भारत के माथे की बिंदी है। एक तरह से यह पूर्ण रूप से सच भी है।  अगर एक तरफ से हिंदी की पूरी यात्रा को देंख...

Saturday 12 September 2020

अपना क्या है?

September 12, 2020
अपना क्या है?  अपना तन है अपना मन है अपना शरीर है  अपना दिल है अपनी काया है  अपनी जान है अपनी कहानी है अपनी किस्मत है अपनी रवानी है अपनी जवा...

Friday 11 September 2020

बात नही करनी तो

September 11, 2020
  बात नही करनी तो बात नही करनी तो मत करो कम से कम हमसे ऐसे मत रूठो साथ नही चलना है तो मत चलो कम से कम हमसे ऐसे मत रूठो फूल नही लेना है तो मत...

एक रास्ता है!

September 11, 2020
एक रास्ता है ! घर आने के एक ही रास्ता यहाँ से जाने का दो रास्ता! आप ही जाओगे किस रास्ते जहाँ से चल आये उस रास्ते! सोच रखा है मन मे कोई रस्ता...

तुम भूल गए

September 11, 2020
तुम भूल गए हम कुछ नही भूले  बस भूल गए वे रास्ते जिन रास्तों से होकर तुम आया जाया करते थे। हम कुछ नही भूले  बस भूल गए वो दिन जिन दिनों हम तुम...

Wednesday 9 September 2020

हम अकेले ही बहुत हैं

September 09, 2020
 हम अकेले ही बहुत हैं कभी लगता था कि क्या कर पाएंगे अगर कोई साथ नही दिया जीवन मे।  कभी लगता था कि हम है ही कौन जिसकी कोई बिसात नही जीवन में।...

Tuesday 8 September 2020

हमारे पिताजी [ विश्वास और सकारत्मक सोच का जीता जागता उदाहरण ]

September 08, 2020
हमारे पिताजी   [ विश्वास और सकारत्मक सोच का जीता जागता उदाहरण ]       वैसे तो कहानियां हमारे पास और हमारे आसपास बहुत सी रहती हैं। फर्क इतना ...

Thursday 3 September 2020

शिक्षक, विद्यार्थी, सरकार और चुनौतियाँ

September 03, 2020
 शिक्षक, विद्यार्थी, सरकार और चुनौतियाँ  इस बार हम करोना के सायें में शिक्षक दिवस मना रहे हैं। इसी के साथ में हमें आज यह भी पता चल रहा है कि...

Wednesday 2 September 2020

आज उनकी याद में

September 02, 2020
 आज उनकी याद में  लिख रहा हूँ, एक नज्म  आज उनकी याद में  जो चांदनी रातों में आकर   दिल को सहला जाती हैं।  परसों उनसे चौराहें पर   जो एक, मुल...

Saturday 29 August 2020

यार बहुत याद आता है तू

August 29, 2020
यार बहुत याद आता है तू   यार बहुत याद आता है तू  सारी सारी रात जगा जाता है तू  अपनी एक एक यादों से  हमारीआंखों को, लोर से भर जाता है तू  आज ...

Saturday 22 August 2020

गंगा मईया

August 22, 2020
गंगा मईया गंगा मईया के बैठ तीरे  शांत, निःशब्द होकर  मईया को निहार रहे थे, और साथ मे पूछ रहे थे  हे मईया...... कितना करती हो हमारे लिए, ऊँचे...

Friday 21 August 2020

बेकाबू होती भीड़ (मूक दर्शक बनकर देखती सरकारें)

August 21, 2020
बेकाबू होती भीड़  ( मूक दर्शक बनकर देखती सरकारें )  बेकाबू होती भीड़ यह सिर्फ भारत और पूरी दुनिया के लिए एक समस्या ही नहीं बन रही है।  अब यह प...